Kamjori Ki Homeopathic Dawa | कमजोरी की होम्योपैथिक दवा
Kamjori Ki Homeopathic Dawa – कमजोरी की होम्योपैथिक दवा लेने से हर प्रकार की कमजोरी दूर हो जाती है, कमजोरी शरीर में होने वाली उर्जा की कमी को बताता है | अगर आपको अधिक थकान होती है, मेहनत करने के बाद शरीर में दर्द और हाथ-पैर ऐसे लगते है जैसे उनमें जान ना रही हो, थोड़ा सा दौड़ने पर दम भर जाता है, हाफ़ने लगते है तो आप भी कमजोरी के शिकार हो, अगर आप अपनी कमजोरी दूर करना चाहते हो तो आज के लेख में कमजोरी की होम्योपैथिक दवा के बारे में विस्तार से बताया गया है.
होम्योपैथिक दवा बिना किसी नुक्सान और साइड इफ़ेक्ट के शरीर की कमजोरी को दूर करती है, किसी भी प्रकार की कमजोरी जैसे शारीरिक कमजोरी की होम्योपैथिक दवा, नसों की कमजोरी की होम्योपैथिकदवा, बच्चों की कमजोरी की होम्योपैथिक दवा, मर्दाना कमजोरी की होम्योपैथिक दवाके बारे में आज के लेख में सम्पूर्ण जानकारी दी गयी है.
मर्दाना कमजोरी की होम्योपैथिक दवा – Mardana Kamjori Ki Homeopathic Dawa
मर्दाना कमजोरी या यौनशक्ति का कमजोर होना एक ऐसी समस्या है जिसको आमतौर पर हम किसी को बता नहीं पाते है, अगर आपको भी मर्दाना कमजोरी की शिकायत है तो होम्योपैथिक दवा के प्रयोग से आप मर्दाना कमजोरी या शारीरिक कमजोरी को ठीक कर सकते है.
कोनियम 200 होम्योपैथिक दवा मर्दाना कमजोरी के लिए सबसे उत्तम दवा है, अगर आपको मर्दाना कमजोरी है और उसके साथ-साथ आपकी सम्भोग करने की इच्छाशक्ति भी कमजोर है तो कोनियम 200 दवा का प्रयोग करने से आपको लाभ मिलेगा.
सेक्स करते समय अगर आपकी सम्भोग शक्ति कमजोर हो जाती है, और शीघ्रपतन की समस्या होती है तो इसको ठीक करने के लिए होम्योपैथिक दवा लाइकोपोडियम का प्रयोग लाभकारी होगा, साथ ही साथ यह दवा अधिक हस्तमैथुन करने से आने वाली समस्याओं में भी लाभदायक होती है.
अगर आपका मन चिडचिडा हो गया है और आपको स्वप्न दोष यानी रात को सोते समय नींद में ही वीर्य स्खलन हो जाता है तो इस प्रकार की समस्या और मर्दाना कमजोरी के लिए होम्योपैथिक दवा सेलेनियम का प्रयोग करने से रोग में लाभ मिलता है.
यदि रोगी पहले बहुत अधिक कामुक रहा हो और उसके बाद उसको नपुंसकता की समस्या हो जाती है, वह अत्यंत कमजोर हो चुका हो और सम्भोग इच्छा होने के बाद भी वह संभोग करने में सफल नहीं हो पाता तो ऐसे रोगी की मर्दाना कमजोरी के उपचार के लिए फास्फोरस 30 या फास्फोरस 200 का प्रयोग इस प्रकार की की नपुंसकता और कमजोरी को ठीक करने के लिए लाभदायक है.
शारीरिक कमजोरी की होम्योपैथिक दवा – Sharirik Kamjori Ki Homeopathic Dawa
थोड़ी सी मेहनत करने से अधिक थकान महसूस होने लगती है, जरा-सा दौड़ने-भागने के कारण साँस फूलने लगती है, सम्भोग के समय थकान महसूस होना और जल्दी स्खलन हो जाना शारीरिक कमजोरी के लक्षण है, शारीरिक कमजोरी को ठीक करने के लिए कई कारगर होम्योपैथिक दवा प्रयोग में लायी जाती है.
शारीरिक कमजोरी के लिए होमियोपैथी में फोस्फोरस, एसिड फ़ॉस, कोनियम आदि होम्योपैथिक दवाओं का प्रयोग शारीरिक कमजोरी के लिए किया जाता है.
यह होम्योपैथिक दवाएँ बिना किसी भी दुष्परिणाम के शारीरिक कमजोरी को दूर करने के लिए लाभदायक और असरदार होती है, इसके अलावा आप नियमित रूप से पोषक पदार्थ जैसे दूध और केले का सेवन प्रतिदिन करे जिस से आपकी शारीरिक कमजोरी दूर हो सकेगी.
अगर किसी रोगी को मानसिक और शारीरिक दोनों प्रकार से कमजोरी आ गयी हो और वह नपुंसक हो गया हो तो फास्फोरस प्रयोग इस प्रकार की शारीरिक कमजोरी के लिए उत्तम होम्योपैथिक दवा है.
कसी लंबे रोग से ठीक होने के बाद शरीर में कमजोरी आना और पेट भी अधिक कमजोर होना अगर इस प्रकार के लक्षण शारीरिक कमजोरी में आ रहे है तो सल्फ़र 30 का प्रयोग लाभकारी होगा.
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नसों की कमजोरी की होम्योपैथिक दवा – Naso Ki Kamjori Ki Homeopathic Dawa
नसों की कमजोरी की समस्या स्थाई और अस्थाई दोनों प्रकार से किसी रोगी को हो सकती है, जिस कारण या तो उस जगह की नसों का काम करना बंद हो जाता है या फिर नसों में अधिक कमजोरी आ जाती है.
पोषणाहार की कमी या फिर तंत्रिका तंत्र में किसी प्रकार की समस्या होने के कारण नसों की कमजोरी आती है, इसके अलावा हमारे दिमाग तक सूचना भेजने वाली नसों की समस्या, नसों के आसपास किसी भी प्रकार की गठान बन जाना जो नसों पर दबाव डालती हो, एक ही स्तिथी में लगातर बैठे रहने के कारण नसों में सुन्नपन आना आदि कई कारण नसों की कमजोरी के लिए उत्तरदायी हो सकते है.
होमियोपैथी में नसों की कमजोरी को दूर करने के लिए फोस्फोरस, अर्जेन्टम, पिकरिक एसिड इस प्रकार की कई असरदार होम्योपैथिक दवा प्रयोग में लाई जाती है.
अगर रोगी की नसों का कष्ट सुबह के समय अधिक बड़ता हो तो इसके लिए लैकेसिस 30 या 200 का प्रयोग कर सकते है जो इस प्रकार की नसों की कमजोरी के लिए लाभदायक है.
अगर नसों में कमजोरी आने की वजाह से रोगी रोता है, नसों में ऐठन के साथ दर्द हो, रात के समय नींद ना आती हो और रोगी को नमकीन चीज़े खाना पसंद हो तो इस प्रकार की नसों की कमजोरी के लिए नेट्रम म्यूर का प्रयोग करे इस से निश्चित रूप से आराम मिलेगा.
बच्चों की कमजोरी की होम्योपैथिक दवा – Baccho Ki Kamjori Ki Homeopathic Dawa
बच्चों में कमजोरी ठीक प्रकार का पोषण ना मिल पाने की वजह से होता है, सही पोषणाहार और खनिज-विटामिन आदि तत्व बच्चों के लिए आवश्यक होते है, इनकी कमी होने पर बच्चों में कमजोरी के साथ-साथ कई अन्य बीमारीयों के होना का खतरा भी बड जाता है.
बच्चों की कमजोरी की होम्योपैथिक दवा बिना किसी नुकसान के बच्चे को पोषण देती है और कमजोरी के साथ आये अन्य सभी प्रकार के लक्षणों को भी दूर करती है. होमियोपैथी में सल्फ़र, फोस्फोरस, कैल्केरिया कार्ब आदि होम्योपैथिक दवाओं का प्रयोग बच्चों की कमजोरी दूर करने के लिए उनके शारीरिक और मानसिक लक्षणों के आधार पर प्रयोग में लाई जाती हैं.