Thyroidinum 3X Uses In Hindi | थाइरायडीनम 3X उपयोग और लाभ
Thyroidinum 3X Uses In Hindi : यह एक होम्योपैथिक मेडिसिन है, थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन का उपयोग थाइरायड ग्रंथि में खून की कमी को दूर करने के लिए विशेष रूप से लाभकारी माना गया है।
आज के इस लेख में होम्योपैथिक दवा Thyroidinum 3X Uses In Hindi की सम्पूर्ण जानकारी दी गयी है, किन-किन रोगों और लक्षणों के आधार पर Thyroidinum 3X का उपयोग किया जाता है |
यह होम्योपैथिक मेडिसिन शरीर के अन्दर मौजूद सूक्ष्म कणों को बढ़ाने (शीर्णता), पेशी की कमजोरी को दूर करने, पसीना को लाने तथा सिरदर्द आदि को दूर करती है। यह होम्योपैथिक मेडिसिन चेहरे व अंगों की स्नायविक कंपन तथा लकवा आदि रोग के लक्षणों को उत्पन्न करके रोग को जड़ से समाप्त करती है। हृदय में कंपन, आकार का बढ़ जाना, नेत्रोत्सेध (एक्सोफ्टेल्मस) और पुतलियों का फैल जाना। श्लैष्मिक शोथ और मन्दबुद्धि एवं गलगण्ड में इसका उपयोग अत्यंत लाभकारी होता है।
जोड़ों का दर्द एवं सूजन तथा बच्चों का क्षय रोग आदि लक्षणों में इस होम्योपैथिक मेडिसिन का उपयोग किया जाता है। इस होम्योपैथिक मेडिसिन का उपयोग ऐसी स्थिति में विशेष रूप से लाभकारी होता है जब किसी बच्चे का अण्ड थैली में नहीं उतरता है, ऐसी स्थिति में थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन आधा ग्राम की मात्रा में दिन में 2 बार बच्चे को देने से लाभ होता है। परिपोषण सम्बंधी यन्त्रों के नियमन, विवर्द्धन और विकास के लिए थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन सभी अंगों पर नियंत्रित रूप से प्रभाव डालती है जिसके फलस्वरूप उन अंगों का विकास सही रूप से होता है।
थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन के सेवन से शरीर में थाइरायड की कमजोरी के कारण रोगी को मिठाई खाने की अधिक इच्छा होती रहती है। थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन का उपयोग विचर्चिका में उत्पन्न लक्षणों को समाप्त करने के लिए की जाती है। इस होम्योपैथिक मेडिसिन का उपयोग बच्चे के शारीरिक व मानसिक विकास के साथ याददास्त को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
यह होम्योपैथिक मेडिसिन गलगण्ड, मोटापा, कमजोरी, पतले रोगी विशेष रूप से खून की कमी के कारण आई दुर्बलता को दूर करती है। आंखों से धुंधला दिखाई देना, स्तनों में फोड़ा होना, गर्भाशय के कीड़े, अधिक कमजोरी तथा अधिक खाने पर भी शरीर पतला रहना, रात को बिस्तर पर पेशाब करने की आदत, स्तनों में दूध का न बनना आदि लक्षणों में थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन का उपयोग करना अत्यंत लाभकारी होता है।
इसके अतिरिक्त बेहोशी, जी मिचलाना, ठण्ड अधिक महसूस होना, रोग के कारण कमजोरी, थकावट उत्पन्न होना, नाड़ी का कमजोर होना, बार-बार बेहोशी उत्पन्न होना, हृदय में कंपन होना, पैर-हाथ ठण्डे पड़ जाना, निम्न रक्तचाप (लो ब्लडप्रेशर) तथा ठण्ड के प्रति अधिक संवेदनशीलता आदि लक्षणों में थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन का उपयोग किया जाता है। यह होम्योपैथिक मेडिसिन का उपयोग श्लैष्मिक शोफ और विभिन्न प्रकार के सूजनों में तेज क्रिया करती है और उसके लक्षणों को समाप्त करती है।
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Thyroidinum 3X Uses In Hindi : विभिन्न लक्षणों के आधार पर थाइरायडीनम 3X का उपयोग
Thyroidinum 3X Uses in Hindi for Mind – मन से सम्बंधित लक्षण
मानसिक रूप से असन्तुलन के कारण रोगी में अधिक चिड़चिड़ापन आ जाता है तथा रोगी की बातों को न मानने या बातों को काटने पर गुस्सा हो जाता है। छोटी-छोटी बातों पर लड़ने व गुस्सा करने लगता है। ऐसे मानसिक लक्षणों से पीड़ित रोगी को ठीक करने के लिए थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन का उपयोग करना लाभकारी होता है।
Thyroidinum 3X Uses in Hindi for Head – सिर से सम्बंधित लक्षण
रोगी को ऐसा महसूस होता है जैसे कि उसका सिर हल्का हो गया है। हमेशा सिरदर्द रहता है। आंखों के गोलक बाहर फैल जाते हैं। चेहरे की पेशियों में खून की कमी तथा होंठों पर जलन महसूस होती रहती है। जीभ पर गाढ़ा लेप जैसा महसूस होता है। सिर में पूर्णता व गर्मी महसूस होती है तथा चेहरा लाल हो जाता मानो रोगी बहुत गुस्से में हो। मुंह का स्वाद खराब होना आदि सिर से सम्बंधित लक्षणों में रोगी को थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन देने से रोग समाप्त होता है।
Thyroidinum 3X Uses in Hindi for Heart – हृदय से सम्बंधित लक्षण
हृदय की कमजोरी तथा नाड़ी की गति तेज होने के साथ लेटने में कष्ट होना। हृदय की धड़कन तेज होना (हाई ब्लडप्रेशर)। छाती के आस-पास घुटन महसूस होने के साथ ऐसा लगना जैसे छाती सिकुड़ गई है। हल्के काम करने पर ही हृदय में कंपन होने लगना। हृदय में तेज दर्द होना। हृदय में अपने-आप उत्पन्न होने वाली उत्तेजना तथा हृदय कमजोर होने के साथ अंगुलियों का सुन्न पड़ जाना आदि हृदय से सम्बंधित लक्षणों में रोगी को थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन का उपयोग करना चाहिए।
Thyroidinum 3X Uses in Hindi for Nose – नाक से सम्बंधित लक्षण
नाक से सम्बंधित लक्षण जिसमें नाक सूखी रहती है परन्तु खुली हवा में जाने से नाक से नजला आने लगता है। ऐसे लक्षणों में थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन लेनी चाहिए।
Thyroidinum 3X Uses in Hindi for Eye – आंखों से सम्बंधित लक्षण
आंखों की रोशनी समाप्त होने के साथ स्नायुपटल केन्द्र में काली बिन्दियां बनना आदि लक्षणों में थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन का उपयोग अत्यंत लाभकारी होता है।
Thyroidinum 3X Uses in Hindi for Throat – गले से सम्बंधित लक्षण
गले का सूख जाना, गले की नाड़ी में खून का जमा हो जाना, गले में कच्चापन महसूस होना, गले का घेंघा रोग होना, गलगण्ड तथा गले में जलन होना विशेष रूप से बाईं ओर। गले से सम्बंधी ऐसे लक्षणों में रोगी को थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन लेनी चाहिए।
Thyroidinum 3X Uses in Hindi for Stomach – आमाशय से सम्बंधित लक्षण
किसी कारण से आमाशय रोगग्रस्त होने पर रोगी में विभिन्न लक्षण उत्पन्न होते है जैसे- मिठाई खाने की अधिक इच्छा करना तथा ठण्डा पानी पीने की अधिक इच्छा करना। पेट में गड़गड़हट महसूस होना। जी मिचलना विशेषकर गाड़ी आदि से सफर करते समय। पेट फूल जाने के साथ पेट में वायुगैस का बनना आदि आमाशय के लक्षणों में थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन का उपयोग करना चाहिए।
Thyroidinum 3X Uses in Hindi – मूत्र से सम्बंधिक लक्षण
पेशाब का अधिक मात्रा में आना, पेशाब का बार-बार आना तथा पेशाब के साथ सफेद रंग का या शर्करा की मात्रा आना। पेशाब से बनफ्शे की तरह गंध आना, मूत्रनली में जलन होना तथा पेशाब के साथ यूरिक एसिड अधिक मात्रा में आना आदि मूत्र से सम्बंधित लक्षणों में थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन का उपयोग करना चाहिए। कमजोर बच्चे के बिस्तर पर पेशाब करने की आदतें विशेषकर स्नायविक व चिड़चिड़े बच्चे में ऐसी आदते उत्पन्न होने पर थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन का उपयोग लाभकारी होता है।
Thyroidinum 3X Uses in Hindi for Breath – सांस संस्थान से सम्बंधित लक्षण
सूखी दर्द वाली खांसी के साथ हल्का कष्टकारी बलगम आना और ग्रासनली में जलन होना आदि लक्षणों में थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन का उपयोग करना चाहिए।
Thyroidinum 3X बाहरी अंगों से सम्बंधित लक्षण
जोड़ों में जलन होने के साथ मोटापा बढ़ने की प्रकृति तथा हाथ-पैरों में ठण्ड। कमर से नीचे की त्वचा में पपड़ियां बनना। हाथ-पैर ठण्डे पड़ जाना। अंगों में हल्का दर्द रहना। ठण्डी हवा से बंद कमरे में आने पर खांसी होना। पैरों में पानी भरना तथा पूरे शरीर में कंपन होना आदि बाहरी अंगों से सम्बंधित लक्षणों में रोगी को थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन देने से रोग ठीक होता है। इस होम्योपैथिक मेडिसिन का उपयोग बच्चों का सूखा रोग आदि को दूर करता है।
Thyroidinum 3X Uses in Hindi for Skin – त्वचा से सम्बंधित लक्षण
त्वचा सूखी व अपुष्ट। हाथ-पैर ठण्डा होना। त्वचा पर दाद होना। गर्भाशय के सौत्रिक फोड़े। त्वचा पर कत्थई रंग की सूजन होना। ग्रंथियों की पत्थर की तरह कठोर सूजन। त्वचा का सुन्न पड़ जाना। त्वचा पर मटमैला पसीना आना। कामला के साथ तेज खुजली। मछली की तरह त्वचा से पपड़ियां बनना तथा टी.बी. रोग के लक्षण वाले सूजन। सूखी खुजली होना जो रात को अधिक हो जाता है। ऐसे लक्षणों में रोगी को थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन देने से रोग ठीक होता है।
Thyroidinum 3X के लिए रोग में वृद्धि :- हिलने-डुलने या किसी भी प्रकार के शारीरिक हलचल होने पर, ठण्डी हवा में घूमने के बाद कमरे में आने पर तथा अधिक बोलने से रोग बढ़ता है।
Thyroidinum 3X Uses in Hindi के लिए रोग में शमन :- पेट के बल लेटने से तथा आराम करने से रोग में आराम मिलता है।
Thyroidinum 3X होम्योपैथिक मेडिसिन की तुलना :- थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन की तुलना स्पांजिया, कल्के, फ्यूकस, लाइकोपस, नक्स-वो, ओपि, फास, मर्क, नैट्र-म्यू, लायको, काली-फा, जेल्स, कल्के-फा, बैरा-का, औरम, सीपि, साइ, वेरेट्रम, जिंक, ओपि तथा आयोडो थाइरीन होम्योपैथिक मेडिसिन से की जाती है।
Thyroidinum 3X Uses in Hindi होम्योपैथिक मेडिसिन की मात्रा :- थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन की 6 से 30 शक्ति का उपयोग किया जाता है।
Thyroidinum 3X लेते समय सावधानी :- थाइरायडीनम 3X होम्योपैथिक मेडिसिन डेढ़ से 2 ग्राम की मात्रा में देनी चाहिए। रोगी को यह होम्योपैथिक मेडिसिन अधिक मात्रा में भी दी जा सकती है परन्तु अधिक मात्रा देने से नाड़ी की गति तेज हो जाती है। अत: ऐसे में होम्योपैथिक मेडिसिन का उपयोग सावधानी से करें। हृदय की कमजोरी के साथ उच्च रक्तचाप होने पर तथा क्षयरोगियों के लिए होम्योपैथिक मेडिसिन की सामान्य मात्रा ही उपयोग करना चाहिए।
Thyroidinum 3X Uses in Hindi के बारे में विशेष :- आयोडो थाइरीन होम्योपैथिक मेडिसिन एक प्रकार के थाइरायड ग्रंथि से निकला हुआ एक सक्रिय तत्व है जिसमें आयोडीन और नाइट्रोजन की अधिकता होती है। इसलिए इस होम्योपैथिक मेडिसिन के उपयोग करने से पोषणक्रिया की रोगग्रस्तता दूर होती है, वजन घटता है तथा मधुमेह (डाइबिटीज) उत्पन्न कर सकता है। इस होम्योपैथिक मेडिसिन का उपयोग मोटापे में सावधानीपूर्वक करना चाहिए।
Thyroidinum 3X की खुराक और इस्तेमाल करने का तरीका – Thyroidinum 3X Dosage & How to Take in Hindi
होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धिति को उपचार की एक सुरखित चिकित्सा पद्धिति माना जाता है और किसी भी रोग का उपचार करने पर यह दवाएं रोग को जड़ से समाप्त कर देती हैं |
होम्योपैथिक दवाओं का असर धीमा होता है मगर यह रोग को जड़ से ख़त्म भी करता है जबकि इसके विपरीत एलोपेथिक चिकित्सा पद्धिति में दवाओं का असर तो जल्दी होता है मगर यह रोग को जड़ से समाप्त करने में कारगर नहीं होती है |
Thyroidinum 3X की खुराक और इस्तेमाल जब भी आप कर रहे है तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना जरुरी होता है –
- Thyroidinum 3X का उपयोग करते समय इनको ठंडी और अँधेरी जगह पर रखना आवश्यक है |
- Thyroidinum 3X की खुराक लेते समय हाथों से छूना ठीक नहीं होता है इस से दवा के लाभ मिल नहीं पाते है |
- अगर आप Thyroidinum 3X दवा की खुराक ले रहे है तो आपको कांच के ग्लास में लेना चाहिए
Thyroidinum 3X से सम्बंधित चेतावनी – Thyroidinum 3X Related Warnings in Hindi
होम्योपैथिक दवा Thyroidinum 3X को अपने घर में सावधानी से रखना चाहिए क्योंकि अधिक धूप में या अधिक तापमान वाली जगह पर रखने से होम्योपैथिक दवा ख़राब हो जाती है |
जब भी Thyroidinum 3X होम्योपैथिक दवा का डोज ले रहे है तो ध्यान रखें की दवा का डोज ऑवेरलेप ना हो अगर ऐसा होता है तो दवा का लाभी नहीं मिल पाता है |
सामान्य तौर पर तो होम्योपैथिक दवा Thyroidinum 3X का किसी प्रकार का कोई हानिकारक प्रभाव नहीं है मगर फिर भी स्तनपान कराने वाली महिलाओं को यह दवा बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेना चाहिए
- गर्भवती महिलाओं के लिए यह दवा सुरक्षित है इसका कोई हानिकारक प्रभाव देखने को नहीं मिलता है |
- अगर कोई रोगी किडनी के रोग से ग्रसित है और वह इस दवा का उपयोग करता है तो का कोई दुष्प्रभाव नहीं होगा यह सुरखित है |
- गर्भवती महिलाओं के लिए यह दवा सुरक्षित है इसका कोई हानिकारक प्रभाव देखने को नहीं मिलता है |
- अगर कोई रोगी किडनी के रोग से ग्रसित है और वह इस दवा का उपयोग करता है तो का कोई दुष्प्रभाव नहीं होगा यह सुरखित है |
होम्योपैथिक दवाओं का उपोग करते समय सावधानी – Caution While Using Homeopathic Medicines :
अगर आप होम्योपैथिक उपचार लेते हैं तो आपको डॉक्टर द्वारा बताये गए सभी प्रकार के नियमों का पालन करना चाहिए, अगर आप ऐसा नहीं करते है तो आपको इन दवाओं का लाभ नहीं मिलता है |
दवा खाते समय हाथ में ना लेते हुए उसको खांच के ग्लास या किसी भी कांच के बर्तन का उपयोग कर सकते है |
अगर दवा को डॉक्टर ने तरल रूप में दिया है तो उसको उसी प्रकार लेने से ही लाभ मिलता है |
Thyroidinum 3X और एलोपथिक दवाओं में अंतर – Difference Between Thyroidinum 3X And Allopathic Medicines :
अगर आप किसी भी रोग के उपचार के लिए होम्योपैथिक और एलोपथिक दोनों दवाओं में से किसी एक को चुनते है तो आपको कुछ आवश्यक बातों का ध्यान रखना जरुरी है –
- इस दवा का उपयोग करके आप रोग को जड़ से ख़त्म कर सकते है, जबकि एलोपथिक दवा से किसी रोग का जड़ से इलाज कुछ रोगों में ही हो पाता है |
- एलोपथिक दवाओं का लम्बे समय तक उपयोग करने से कई प्रकार के शारीरिक दुष्प्रभाव देखने को मिलते है मगर होम्योपैथिक दवाओं का दुष्प्रभाव बहुत ही कम देखने को मिलता है |
- होम्योपैथिक दवाओं का सेवन बहुत ही आसान है और बच्चों से ले कर बूढों तक कोई भी इन दवाओं को आराम से खा सकता है |
- बच्चों के लिए इन दवाओं का सेवन करना बहुत ही लाभकारी होता और बच्चे इन दवाओं को खाने में किसी भी प्रकार की समस्या नहीं करते है उसका कारण है की यह दवाएँ मीठी गोलियों के रूप में दी जाती है |
- एलोपथिक दवाएं अधिकतर स्वाद में कड़वी होती है इस कारण बच्चे इनको खाने में समस्या करते है और आसानी से इन दवाओं का सेवन नहीं करते है |
- होम्योपैथिक दवाएँ थोडा धीमा असर कारती है जबकि एलोपैथी की दवाएं थोडा जल्दी अपना असर दिखाती है |
- अगर आपको तुरंत राहत चाहिए तो आप एक सीमित समय के लिए एलोपकी दवाओं का उपयोग कर सकते है, मगर यह सिर्फ एक सीमित समय अवधि तक ही आराम दे सकती हैं |
- अगर आप रोग से हमेशा के लिए छुटकारा चाहते है तो आपके लिए होमियोपैथी की दवाओं का उपयोग लाभकारी होता है |